UPI ट्रांजैक्शन को कैसे करें सुरक्षित, इन बातों का ध्यान रखने पर नहीं होंगे धोखाधड़ी का शिकार

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यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) यूजर्स को पैसे ट्रांसफर, बिजली, मोबाइल फोन, ब्रॉडबैंड आदि के बिल का भुगतान करने की सुविधा देता है. इसके अलावा यूजर्स इससे इंश्योरेंस पॉलिसी को खरीद और रिन्यू करा सकते हैं, रिलीफ फंड में डोनेशन दे सकते हैं, मोबाइल फोन, डीटीएच कनेक्शन और मेट्रो कार्ड रिचार्ज कर सकते हैं. यूपीआई के जरिए यूजर्स मूवी, बस और ट्रेन की टिकट बुक करा सकते हैं. इसके अलावा UPI के इस्तेमाल से ग्राहक रेस्टोरेंट, किराना स्टोर्स और दूसरी दुकानों पर बिल का भुगतान भी कर सकते हैं.

UPI से यूजर्स किसी भी समय रियल टाइम बेसिस पर पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. इसमें वे एक से ज्यादा बैंक अकाउंट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं और एक बैंक अकाउंट की जानकारी दूसरी पार्टी को बताने की जरूरत नहीं होती है. जैसे-जैसे UPI लोकप्रियता हासिल कर रहा है, ग्राहकों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वह खुद को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के उपाय जानें.

फोन खो जाने पर ये करें

अगर आपका मोबाइल फोन खो गया है, तो NPCI का सुझाव है कि आप फोन में मौजूद यूपीआई ऐप से लिंक्ड अकाउंट को तुरंत ब्लॉक कर दें. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कहा कि इससे कोई दूसरा व्यक्ति आपके यूपीआई संबंधित ऐप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे क्योंकि यूपीआई पिन सभी ट्रांजैक्शन को अधिकृत करने के लिए जरूरी है. इसके अलावा ऐसी स्थिति में ग्राहक बैंक के कस्टमर सपोर्ट से संपर्क करें.

यूपीआई पिन डालने से पहले यूजर्स हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि पैसे प्राप्त करने के लिए कभी भी इसकी जरूरत नहीं होती है. यूपीआई पिन की जरूरत केवल दूसरे यूपीआई अकाउंट में पैसे भेजते समय होती है. NPCI ने सुझाव दिया है कि किसी भी पेमेंट ऐप पर Pay या approve बटन को दबाने से पहले इस बात को लेकर सुनिश्चित और सतर्क रहें.

इसके अलावा यूजर्स हमेशा सभी एसएमएस और ई-मेल की जानकारी रखें. बैंक से अपने ट्रांजैक्शन, स्टेटमेंट, सेफ्टी इंस्ट्रक्शन और जरूरी एलानों के बारे में पूरी जानकारी रखें.

ट्रांजैक्शन से जुड़े मैसेज का रखें ध्यान

इसके साथ ट्रांजैक्शन के समय हमेशा आपके पेमेंट्स ऐप पर मिलने वाले सभी मैसेज, पॉप-अप और रिक्वेस्ट को ध्यान से चेक करें. NPCI ने यूजर्स को बैंकों को आने वाले मैसेज पर पूरा ध्यान देने को कहा है. उसने सुझाव दिया है कि एक पासवर्ड, पिन और ओटीपी के बीच अंतर को समझिए और सुरक्षित रहने के लिए मैसेज की ध्यान से जांच करें. इसके साथ ही बैंक से मिलने वाले सभी मैसेज की जानकारी रखें जिससे आपको अपने अकाउंट से जुड़े सभी ट्रांजैक्शन के बारे में पूरी जानकारी हो.