Yes बैंक का रीकंस्ट्रक्शन प्लान मंजूर, SBI 7250 करोड़ करेगा निवेश; ICICI बैंक भी खरीदेगा हिस्सेदारी

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कैपिटल क्राइसिस से जूझ रहे यस बैंक के लिए बड़ी खबर है. यस बैंक का रीकंस्ट्रक्शन प्लान मंजूर हो गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैबिनेट के फैसले की जानकारी दी है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसके बारे में विस्तार से आगे जानकारी दी जाएगी. वहीं, एसबीआई ने बोर्ड मीटिंग के बाद यह जानकारी दी है कि वह यस बैंक में 7250 करोड़ रुपये निवेश करेगा. यह बैंक की 49 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. इस प्लान के तहत एसबीआई 10 रुपये प्रति शेयर के आधार पर कुल 725 करोड़ शेयर खरीदेगा. इसके अलावा 5000 करोड़ रुपये अन्य इन्वेस्टर्स द्वारा बैंक में डाला जा सकता है. इस लिहाज से बैंक में कुल 12500 करोड़ का निवेश हो सकता है.

ICICI बैंक 1000 करोड़ तक करेगा निवेश

वहीं, आईसीआईसीआई बैंक की ओर से भी यह साफ कर दिया गया है कि वह यस बैंक में 1000 करोड़ रुपये तक निवेश करेगा. इसके अलावा एचडीएफसी भी बैंक में निवेश कर सकता है. खबर है कि दमानी और राकेश झुनझुनवाला भी बैंक में निवेश कर सकते हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि यस बैंक का अथॉराइज्ड कैपिटल 1100 करोड़ से बढ़ाकर 6200 करोड़ रुपये कर दिया गया है.

राकेश झुूनझुनवाला, दमानी भी होंगे हिस्सेदार!

एसबीआई के अलावा कोटक बैंक, ICICI बैंक, HDFC और दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला व आरके दमानी भी बैंक में हिस्सेदारी ले सकते हैं. इनकी ओर से बैंक में कुल 5000 रुपये का निवेश आ सकता है. वहीं, एसबीआई द्वारा रिवाइवल प्लान मंजूर होने के बाद कुछ विदेशी निवेशक भी बैंक में पैसे लगा सकते हैं.

क्या था मसौदे में

इस डील के बाद यस बैंक में एसबीआई की हिस्सेदारी उसकी कुल भुगतान पूंजी के 49 फीसदी से ऊपर नहीं जाएगी. रिजर्व बैंक ने यस बैंक के रिवाइवल को लेकर पिछले सप्ताह एक योजना के मसौदे की घोषणा की थी. इसमें कहा गया था कि स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टर को यस बैंक की 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदनी होगी. इसके साथ ही यह भी शर्त है कि स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टर डील के 3 साल बाद तक अपनी हिस्सेदारी 26 फीसदी से कम नहीं कर सकते हैं. रिजर्व बैंक ने यस बैंक का नियंत्रण अपने हाथों में लेने के एक दिन बाद इस योजना की घोषणा की थी.

बैंक से निकासी पर लिमिट

बता दें कि 6 मार्च को रिजर्व बैंक ने यस बैंक का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया था. साथ ही बैंक से मंथली निकासी पर 50 हजार रुपये की लिमिट तय कर दी थी. पहले यह निकासी सिर्फ यस बैंक के एटीएम से करने की बात कही गई. हालांकि बाद में ग्राहकों को राहत देते हुए किसी भी बैंक के एटीएम से निकासी को मंजूरी दे दी गई. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के केंद्रीय बोर्ड ने गुरुवार को एक बैठक में मामले पर चर्चा की. फिर बाजारों को सूचित किया कि यस बैंक से संबंधित मामले पर गुरुवार को बैंक के केंद्रीय बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई और बोर्ड ने बैंक में निवेश अवसर तलाशने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है.